- हम उम्मीद करते हैं कि यह पाठक की स्वरचित रचना है। अपनी रचना भेजने के लिए हमने जो की थी मोहब्बत वो आज भी है, तेरे जुल्फों के साये की चाहत आज भी है, रात कटती है आज भी ख्यालों में तेरे, दीवानों सी मेरी वो हालत आज भी https://lloydp482pak9.wikiexpression.com/user