देवन जबहीं जाय पुकारा। तब ही दुख प्रभु आप निवारा॥ पण्डित त्रयोदशी को लावे। ध्यान पूर्वक होम करावे ॥ स्तवं यः प्रभाते नरः शूलपाणे पठेत् सर्वदा भर्गभावानुरक्तः । नमो नमो जय नमो शिवाय । सुर ब्रह्मादिक पार न पाय ॥ साधु संत के तुम रखवारे।। असुर निकन्दन राम दुलारे।। भाल https://kylerxiito.wikiitemization.com/4471346/indicators_on_shiv_chalisa_in_hindi_lyrics_you_should_know